tag:blogger.com,1999:blog-7092327002169970900.post7749157114916068364..comments2023-07-13T13:07:32.362+05:30Comments on अंकित सफ़र की कलम से...: ग़ज़ल - जो मेरा है वो तेरा है, जो तेरा है वो मेरा हैAnkithttp://www.blogger.com/profile/08887831808377545412noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7092327002169970900.post-40297598943806340402011-11-04T18:12:43.844+05:302011-11-04T18:12:43.844+05:30तू आ के ज़िन्दगी मेरी मुकम्मल इक ग़ज़ल कर दे
अभी य...तू आ के ज़िन्दगी मेरी मुकम्मल इक ग़ज़ल कर दे<br />अभी ये ज़ेहन में बिखरा हुआ आज़ाद मिसरा है <br /><br />ग़ज़ल के तमाम अश`आर सीधे दिल पर <br />असर कर रहे हैं ..... <br />और यह ज़िन्दगी से मुखातिब किया जाने वाला शेर <br />साथ लिए जा रहा हूँ !!daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7092327002169970900.post-71029842791133304272011-09-28T02:47:09.980+05:302011-09-28T02:47:09.980+05:30बहुत ही बढ़िया गज़ल. एक से बढ़ कर एक शेर लेकिन आखिरी ...बहुत ही बढ़िया गज़ल. एक से बढ़ कर एक शेर लेकिन आखिरी शेर तो बस लाजवाब है..Rajeev Bharolhttps://www.blogger.com/profile/03264770372242389777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7092327002169970900.post-47331597934048642262011-09-23T21:41:40.806+05:302011-09-23T21:41:40.806+05:30अब भी वो सारे मंज़र आंखों में है... सिधर्थनगर का.....अब भी वो सारे मंज़र आंखों में है... सिधर्थनगर का.. वो तालियाँ जबरन बजवा लेना उन ऐसे लोगों से उफ्फ्फ्फ्फ.. कमाल कर दिये थे अंकित ! पूरी ग़ज़ल तो सुन चुका था, मगर वाकई कुछ शे'र नये हैं! बेहद खुबसूरत ग़ज़ल के लिये और उन करोडो तालियों के लिये दिल से बहुत बहुत बधाई...<br /><br />अर्श"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7092327002169970900.post-3554737575229173832011-09-23T16:02:19.206+05:302011-09-23T16:02:19.206+05:30Behad sundar gazal hai!Behad sundar gazal hai!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.com